Daily Devotion - May 19, 2025 (Hindi)- जैसे चाहो, वैसे श्याम

केवल रूपध्यान पर ध्यान देना है। जैसे संसार में स्त्री पुरुष आदि का हम ध्यान करते हैं वैसे ही भगवान् का ध्यान करना है। लेकिन भगवान् के

वे ही हमारे सर्वस्व हैं- मातृ दिवस विशेष

हरि-गुरु ही हमारे सर्वस्व हैं - तू भी मेरा, मैं भी तेरा - यदि इतने का अर्थ कोई समझ ले, तो उसका काम बन जाएगा। संसार में 'मेरा' बहुत सारा होता